नई दिल्ली (एडीएनए)।
अमेरिका के पास एक से बढ़कर एक बमवर्षक विमानों को बेड़ा है। इनमें से ही एक है बी-52। इस बमवर्षक विमानों में क्रूज मिसाइलों के अलावा आठ जेट इंजन लगे हैं जो किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने में सक्षम हैं। लंबी दूरी के इस बमवर्षक विमान को 1948 में बोइंग कंपनी ने बनाया था। 1952 में इसने पहली बाद उड़ान भरी और 1955 में इस सैन्य सेवाओं के लिए दिया गया।
बी-52 की खासियतें : अमेरिका के इस बमवर्षक विमान में शार्ट टैंक मिसाइलें भी लगाई गईं जो लंबी दूरी तय करने में कारगर होती हैं। इसके पंखों का फैला 56 मीटर और लंबाई 49 मीटर है। इसकी अधिकतम रफ्तार 960 किमी/घंटे की है। सबसे अच्छी खासियत इस विमान की यह है कि यह जमीन से सौ फीट ऊपर तक भी उड़ सकता है। जहां इसकी रफ्तार छह सौ किमी/घंटे की होती है। चालक दल समेत छह लोगों को यह ले जा सकता है। एक बार ईंधन भरने के बाद यह 14,200 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है। यही नहीं, 32 हजार किलोग्राम तक के हथियार यह अपने साथ ले जा सकता है। वियतनाम युद्ध, शीत युद्ध और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्धों में इस बमवर्षक विमान ने अहम भूमिका निभाई।
मिडिल ईस्ट में तैनाती
अमेरिकी सेना मिडिल ईस्ट में दो B-52 बमवर्षक तैनात कर रही है। मिडिल ईस्ट ऐसी जगह है, जहां से अमेरिका रूस-यूक्रेन, इजरायल-हमास-हिज, हूती, यमन, ईराक में होने वाली हर जगह की गतिविधियों को रोक सकता है और इसके जरिए जंग और हमले कर सकता है।