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पाकिस्तान को समर्थन के बाद तुर्की की एक और हिमाकत, तुर्की एयरलाइंस के विमान में ले जा रहे थे विस्फोटक

नई दिल्ली (एडीएनए)

आपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का खुला समर्थन और हथियार देने वाले तुर्की की एक और साजिश को डीजीसीए ने पकड़ा। संदेह में आयी तुर्की एयरलाइंस के विमानों की चेकिंग की गई तो उनमें न केवल विस्फोचक मिला बल्कि संदेह पैदा करने वाली और वस्तुएं मिलीं। निरीक्षण में पाय़ा गया कि एयरलाइंस भारतीय नियमों का खुला उल्लंघन कर रही थी, इसके बाद डीजीसीए ने न केवल कड़ी चेतावनी दी है बल्कि कार्रवाई भी शुरू कर दी है। साथ ही तुर्की एयरलाइंस के सभी विमानों पर कड़ी निगरानी को कहा है।

डायरेक्टर जनरल सिविल एविएशन (DGCA) ने तुर्की एयरलाइंस के विमानों की अचानक जांच की तो उसमें कई तरह की खामियां पाई गईं। एक विमान में कथित तौर पर विस्फोटक मिले। डीजीसीए ने 29 मई से 02 जून के बीच दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु हवाई अड्डों पर तुर्की एयरलाइंस की यात्री और कार्गो विमानों की सघन जांच की। विमानन मंत्रालय ने कहा है कि एक कार्गो विमान में खतरनाक सामान था जिसकी आगे जांच की जा रही है, यह विस्फोटक की श्रेणी में आता है।

नियमों के मुताबिक भारत आने या जाने वाले किसी भी विमान से कोई भी खतरनाक चीज लाने या ले जाने के लिए डीजीसीए  से अनुमति जरूरी है, लेकिन तुर्की  एयरलाइंस ने बिना अनुमति खतरनाक सामान रखा। मंत्रालय के अनुसार बेंगलुरु में ग्राउंड ऑपरेशंस को संभालने वाले इस एयरलाइंस के मार्शल के पास उचित अधिकार और मार्शलिंग कार्यों का वैध योग्यता कार्ड भी नहीं था। विमान आने के समय मेंटेनेंस इंजीनियर भी मौजूद नहीं था, विमान आने की पूरी प्रक्रिया एक तकनीशियन ने पूरी की।

 विमानन मंत्रालय ने कहा, 'कार्गो में खतरनाक सामान यानी विस्फोटक था जिसके लिए डीजीसीए से अनुमति आवश्यक होती है। इसका साफ मतलब है कि तुर्की एयरलाइंस ने नियमों का उल्लंघन किया। यह जांच अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन (ICAO) के नियमों के अनुसार की गई थी। डजीसीए ने तुर्की एयरलाइंस को कमियों को ठीक करने का आदेश दिया है। डीजीसीए ने कहा है कि एयरलाइंस आईसीएओ के नियमों और डीजीसीए के नियमों का पालन करे।

कड़ी नजर रहेगी

 डीजीसीए आगे से तुर्की एयरलाइंस पर और कड़ी नजर रखेगा। अगर एयरलाइंस नियमों का पालन नहीं करती है, तो उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है या उसकी उड़ानें रद्द की जा सकती हैं। यह मामला इसलिए और भी गंभीर हो जाता है, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का खुला समर्थन किया है।

आगे क्या हो सकता है

घाटलापन की जांच – DGCA और अन्य सुरक्षा एजेंसियां तुर्किश एयरलाइंस की फ्लाइट सुरक्षा प्रक्रियाओं की गहन समीक्षा करेंगी।

क़ानूनी कार्रवाईनियम उल्लंघन पाए जाने पर भारी जुर्माना, वायुयान संचालन प्रतिबंध, और संभावित फ्लाइट पूर्व अनुमति प्रक्रिया को और सख्त किया जा सकता है।

निगरानी तंत्रभारत आने वाली सभी विदेशी एयरलाइनों के विमानों की सुरक्षा परिवर्तनशीलता बढ़ाई जाएगी।

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