नई दिल्ली (एडीएनए)।
अहमदाबाद में ड्रीमलाइनर के हादसाग्रस्त होने के बाद बोइंग पर अनगिनत सवाल उठ रहे हैं। हवाई क्षेत्र में दक्षता रखने वाली अमेरिका की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि एयरबस के बाद बोइंग दुनिया में सबसे ज्यादा विमान बनाने वाली कंपनी है। साथ ही इस रिपोर्ट पर विश्वास करें तो बोइंग के दुनियाभर में छोटे-बड़े मिलाकर करीब छह हजार विमान हादसे हुए हैं और नौ हजार से अधिक लोगों की जानें गई हैं।
पहले भी विवादों में रही बोइंग
1. 2013 में अमेरिका ने इलेक्ट्रिकल सिस्टम में खामियां आने पर ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े पर बैन लगा दिया था।
2. लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर 2013 में जुलाई के महीने में इथियोपियन एयरलाइंस के ड्रीमलाइनर-787 में आग लग गई थी।
3. मेंटीनेंस में गड़बड़ी मिलने पर रॉयल डच एयरलाइसं ने पिछले महीने मई में सात विमानों को ग्राउंड कर दिया था।
4. सिडनी से ऑकलैंड की उड़ान के बीच ड्रीमलाइनर के गिरने में करीब 50 लोग जख्मी हो गए थे। यह घटना पिछले साल मार्च के महीने की है।
बोइंग के विमानों में समस्याओं की लंबी फेहरिस्त
बोइंग के विमानों में तकनीकी समस्याओं की फेहरिस्त काफी लंबी है। विमान के पुर्जों में गुणवत्ता की कमी, आपूर्ति में देरी, कई बार नियामक एजेंसियां से जांच का सामना कहीं न कहीं सुरक्षा पर सवाल उठाते रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो 2018 के बाद से बोइंग के कई विमानों में घातक हादसे हुए हैं। बोइंग मैक्स मॉडल के दो विमान घातक दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं, जिनमें 346 लोगों को मौत हुई। अमेरिका की फेडरल एविएशन अथॉरिटी ने कई बार जांच के बार कई तरह के सुधार करने के लिए कहा।