नई दिल्ली (एडीएनए)।
एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर A-171 क्रैश की जांच कर रहे डीजीसीए ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। डीजीसीए ने एयर इंडिया से विमान के पाय़लट कैप्टन सुमीत सभरवाल और सह पायलट क्लाइव कुंदर के रिकॉर्ड मांग लिए हैं। डीजीसीए जानना चाहता है कि हादसा तकनीकी खराबी से हुआ या फिर मानवीय गलती या चूक से इतना बड़ी घटना हो गई।
अहदाबाद में प्लेन क्रैश की जांच डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) एयर इंडिया से फ्लाइट के पायलटों के साथ डिस्पैटरों के प्रशिक्षण के सारे रिकॉर्ड तलब किए हैं। जांच का मकसद यह जानना है कि आखिर इतना बड़ा हादसा हुआ कैसे। उल्लेखनीय है कि इस फ्लाइट के कमांडिंग पायलट कैप्टन सुमीत के पास 8200 घंटों की उड़ान का बड़ा अनुभव था, जबकि सह पायलट कुंदर 1100 घंटे की उड़ान पूरी कर चुके थे। कैप्टन सुमीत न केवल एयर इंडिया के अनुभवी पायलट थे बल्कि एयरलाइंस से नए पायलटों को प्रशिक्षण भी देते थे। शायद इसीलिए अधिकतर विशेषज्ञों का मानना है कि विमान में ही कोई खराबी आयी थी, लेकिन डीजीसीए इस जांच को अंतिम चरण तक ले जाना चाहता है ताकि हादसे के कारण स्पष्ट हो सकें।