नई दिल्ली (एडीएनए)।
किसी भी परमाणु बम से सुरक्षित अमेरिका का विमान 'प्रलय' जिसे डूम्सडे कहा जाता है वह वाशिंगटन में उतरा। ईरान और इजरायल में तनाव के बीच अमेरिका का यह प्रेसिडेंशियल डूम्सडे विमान किसी वैश्विक आपात स्थिति में ही प्रयोग में लाया जाता है। अमेरिका के इस ई-4बी नाइटवॉच विमान को डूम्सडे प्लेन के नाम से जाना जाता है और इसका उड़ान भरना अमेरिका के ईरान-इजरायल युद्ध में कूदने का बड़ा संकेत है।
आइए जानते हैं इस विमान की खूबियां
डूम्सडे विमान कई खूबियों से लैस है। ई-4बी नाइटवॉच को आधिकारिक तौर से नेशनल एयरबोर्न ऑपरेशंस सेंटर भी कहा जाता है। यह परमाणु विस्फोट और इलेक्ट्रोमैग्ननेटिक प्लस जैसे खतरों को आसानी झेल सकता है। इस विमान के चर्चा मात्र से दुश्मन देशों के पसीने छूट जाते हैं। ईरान के खिलाफ सख्त कार्रवाई के दृष्टिकोण से भी इसे देखा जा रहा है। जानकार बताते हैं कि इस विमान को उपयोग राष्ट्रीय आपातकाल, परमाणु युद्ध, साइबर अटैक या किसी बड़ी आपादा के दौरान किया जाता है। इस विमान का आसमान में उड़ता हुआ 'व्हाइट हाउस' या 'पेंटागन' भी समझा जा सकता है।
हाइटेक संचार प्रणाली से है लैस
अमेरिका का डूम्सडे विमान में 67 सैटेलाइट डिश और अत्याधुनिक एंटेना लगे हुए हैं। इसकी संचार प्रणाली इतनी दमदार है कि यह अपने शीर्ष सैन्य कमांडरों से किसी भी परिस्थितियों ने संवाद स्थापित कर सकते हैं। इसमें हवा में ईंधन भरने की क्षमता के साथ बिना उतरे 35 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भर सकता है। अमेरिका के राष्ट्रपति, रक्षा सचिव और शीर्ष सैन्य नेता हर कठिन निर्णय लेकर उसे सैन्य बलों तक पहुंचाने में सक्षम हैं। इस विमान को तीन भागों में डिजाइन किया गया है। जिसमें ब्रीफिंग रूम, कम्युनिकेशन जोन और रेस्ट रूम भी बनाए गए हैं।