नई दिल्ली (एडीएनए)।
12 जून के अहमदाबाद में क्रैश एयर इंडिया के 787 ड्रीमलाइनर के दोनों ब्लैक बाक्स (फ्लाइट डेटा रिकार्डर और कॉकपिट वायस रिकार्डर) जांच के लिए अमेरिका भेजे जाएंगे। दोनों ब्लैक बाक्स बुरी जलने से क्षतिग्रस्त हो गए हैं इसलिए इनसे भारत में डेटा की रिकवरी संभव नहीं है।
जांच टीमों के अनुसार ब्लैक बाक्स को भारी आग के कारण बड़ी क्षति हुई है, जिसके कारण इससे डेटा एक्सट्रैक्शन में मुश्किल आ रही है। अब अमेरिका की NTSB (National Transportation Safety Board) लैब में भेजकर वहां विशेषज्ञों से इसकी जांच कराई जाएगी। अमेरिकी लैब में डेटा रिकवरी की पूरी प्रक्रिया के दौरान भारत का AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau) और ब्रिटेन का AAIB भी मौजूद रहेगा। प्लेन क्रैश में 53 ब्रिटिश नागरिक भी मारे गए थे। ब्लैक बाक्स में विमान की उंचाई, स्पीड, इंजन थ्रस्ट, फ्लैप्स की स्थिति, लैंडिंग गियर आदि की रिकार्डिंग मिलेगी। जबकि कॉकपिट वायस रिकार्डर में पायलटों के बीच की वार्ता, रेडियो कॉल, अलार्म और विमान क्रैश के समय की आवाजें मिलेंगी। ब्लैक बॉक्स के संकेतों पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय जांच से क्रैश की वास्तविक वजहों का पता चल सकेगा।