नई दिल्ली (एडीएनए)।
अहमदाबाद में AI 171 दुर्घटना के बाद, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने पक्षियों के टकराने व अन्य खतरों पर चर्चा के लिए सोमवार (23 जून) को एयरपोर्ट संचालकों की बैठक बुलायी है। हादसों के लिए कई अन्य कारणों के साथ, हवाई अड्डों के आसपास गंदगी और बूचड़खाने पक्षियों को आकर्षित करते हैं, जिससे पक्षियों के विमानों से टकराने की घटनाएं होती हैं। एक अधिकारी ने कहा, "जिन स्थानों पर पक्षियों के टकराने की घटनाएं बढ़ी हैं, उन पर विस्तार से चर्चा की जाएगी, ताकि पता किया जा सके कि इस जोखिम कैसे कम किया जा सकता है।
मानसून के दौरान पक्षियों के हमले बढ़ जाते हैं क्योंकि जलभराव वाली जमीन कीड़ों को सतह पर ला देती है, जिससे सामान्य से अधिक पक्षी आकर्षित होते हैं। डीजीसीए ने तीन साल पहले इस मुद्दे पर हवाई अड्डों को पत्र लिखा था कि बारिश के मौसम में हवाई अड्डों और आसपास जंगली जानवरों व पक्षियों की गतिविधियां बढ़ जाती हैं। हवाई अड्डे के आसपास के क्षेत्र में वन्यजीवों की मौजूदगी विमान परिचालन सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। सभी हवाई अड्ड संचालकों से कहा था कि वे अपने वन्यजीव जोखिम प्रबंधन योजना की समीक्षा करें और हवाई क्षेत्र के भीतर और बाहर भी वन्यजीव जोखिम प्रबंधन के लिए नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें। इसके अलावा हवाई अड्डों के अंदर घास की छंटाई और कीटनाशकों के छिड़काव के लिए कहा था। पक्षियों की गतिविधियों के लिए रनवे का लगातार निरीक्षण के साथ पक्षियों को पकड़ने और उनको डराने वाले उपकरण लगाने को कहा था। डीजीसीए नेहवाई अड्डों से आसपास कचरा डंप, बूचड़खानों का कचरा खुले में डाले जाने परस्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय कर इससे निपटने को भी कहा था, इस सब के पालन और समीक्षा के लिए डीजीसीए ने बैठक बुलायी है।