दिल्ली (एडीएनए)
आज के दौर में मेडिकल इमरजेंसी में एयर एम्बुलेंस एक अहम भूमिका निभाती है। दुनियाभर में एयर एम्बुलेंस की तकनीक तेजी से विकसित हो रही है, और भारत भी इस मामले में पीछे नहीं है। हम आपको रूबरू कराते हैं। सबसे आधुनिक एयर एम्बुलेंस और उनकी खासियतों के साथ जानते हैं भारत में इनकी स्थिति।
अमेरिका और यूरोप एयर एम्बुलेंस की प्रमुख सेवाएं
यूरोप की सबसे बड़ी एयर एम्बुलेंस सेवा
- एयरबस A310 और बॉम्बार्डियर ग्लोबल 5000 जैसे विमानों का उपयोग।
- ICU, वेंटिलेटर, कार्डियक मॉनिटरिंग और नवजात शिशु केयर यूनिट जैसी सुविधाएं।
अमेरिका की सबसे बड़ी एयर एंबुलेंस सेवा-
- दुनिया भर में इमरजेंसी मेडिकल ट्रांसपोर्ट।
- लेयर जेट 45XR और गल्फस्ट्रीम G280 जैसे हाई-स्पीड एयरक्राफ्ट।
- कोविड-19 के दौरान बायो-कंटेनमेंट यूनिट भी उपलब्ध।
सी. मिडिल ईस्ट की एडवांस्ड एयर एम्बुलेंस
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दुबई एयर एम्बुलेंस -
- बोइंग 747 और एयरबस A340 जैसे बड़े विमानों में फुल आईसीयू सेटअप।
- हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस भी उपलब्ध।
भारत में एयर एम्बुलेंस सेवाओं की स्थिति पर एक नजर
प्राइवेट एयर एम्बुलेंस प्रोवाइडर्स
- सेसना 680A और बीचक्राफ्ट किंग एयर 350 जैसे विमान।
- डॉक्टर, पैरामेडिक्स और क्रिटिकल केयर उपकरणों से लैस।
- गुरुग्राम स्थित मेदांता हॉस्पिटल की सेवा।
- एयरबस H130 हेलीकॉप्टर और लेयर जेट का उपयोग।
सरकारी एयर एंबुलेंस की सेवाएं
- आयुष्मान भारत हेल्थ केयर स्कीम के तहत गंभीर मरीजों को एयर एम्बुलेंस की सुविधा।
- राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी (एनएचएआई) द्वारा हादसे के समय हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस की व्यवस्था।
भविष्य की तकनीक: ड्रोन एम्बुलेंस
- अरिका और यूरोप में ड्रोन एम्बुलेंस पर टेस्टिंग चल रही है।
- अफ्रीकन कंपनी जिपलाइन दवाओं की डिलीवरी के लिए ड्रोन का उपयोग करती है।
- भारत में भी आईआईटी हैदराबाद और डीआरडीओ ने ड्रोन एम्बुलेंस पर रिसर्च शुरू की है।
एयर एम्बुलेंस में उपलब्ध सुविधाएं
एयर एम्बुलेंस एक फ्लाइंग आईसीयू की तरह काम करती है। यहां मरीजों को एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम और क्रिटिकल केयर भी मिलता है।
मेडिकल उपकरण और लाइफ सपोर्ट सिस्टम
- वेंटिलेटर: सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों के लिए।
- कार्डियक मॉनिटर : हृदय की गति और रक्तचाप की निगरानी के लिए।
- डिफिब्रिलेटर: हार्ट अटैक या अचानक कार्डियक अरेस्ट की स्थिति में।
- पल्स ऑक्सीमीटर: ऑक्सीजन लेवल चेक करने के लिए।
- नेबुलाइजर: अस्थमा या सांस की बीमारी वाले मरीजों के लिए।
- इन्क्यूबेटर (नवजात शिशुओं के लिए): प्री-मैच्योर बच्चों की देखभाल।
विशेष चिकित्सा टीम
- क्रिटिकल केयर डॉक्टर
- एनेस्थीसियोलॉजिस्ट
- पैरामेडिक्स और नर्सेज
आरामदायक और सुरक्षित वातावरण
- स्ट्रेचर बेड: मरीज को सुरक्षित और आरामदायक पोजीशन में रखने के लिए।
- टेम्परेचर कंट्रोल: मरीज के अनुकूल तापमान।
- कम्पार्टमेंटलाइज्ड केबिन: संक्रमण नियंत्रण के लिए।
- ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम: हाई-फ्लो ऑक्सीजन उपलब्ध।
इमरजेंसी केस के लिए सुविधाएं
- कोविड-19 आइसोलेशन यूनिट (बायो-सिक्योर एयर एम्बुलेंस)
- ट्रॉमा केयर (दुर्घटना पीड़ितों के लिए)
- ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए रैपिड ट्रांसफर
भारत में एयर एम्बुलेंस की सुविएधाएं
भारत में मेदांता, अपोलो और एयर एंबुलेंस इंडिया जैसी कंपनियां एडवांस्ड एयर एम्बुलेंस सेवाएँ देती हैं। जैसे-
- हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस (दुर्गम इलाकों के लिए)
- जेट एम्बुलेंस (अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर)
भारत में प्रमुख एयर एम्बुलेंस हेल्पलाइन नंबर
- Air Ambulance India – ☎ +91-9870001118 (24x7)
- Medanta Aeromed (गुरुग्राम) – ☎ +91-124-4141414
- Apollo Hospitals Air Ambulance – ☎ +91-1860-500-1066
- REVA Air Ambulance (अंतरराष्ट्रीय) – ☎ +1-800-793-2832
( कई राज्य सरकारें भी हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस सुविधाएं देती हैं। 108 एम्बुलेंस या स्थानीय आपातकालीन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं)
कुछ इस तरह से जाने बीमा कवर के बारे में
एयर एम्बुलेंस की लागत ₹तीन से ₹10 लाख तक हो सकती है
ए. हेल्थ इंश्योरेंस में एयर एम्बुलेंस कवर
- सुपर टॉप-अप प्लान में अक्सर एयर एम्बुलेंस कवर मिलता है।
- ट्रैवल इंश्योरेंस (अंतरराष्ट्रीय ट्रिप के लिए) – ICICI Lombard, Bajaj Allianz जैसी कंपनियाँ कवर देती हैं।
- क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी (Max Bupa, Star Health) में भी इमरजेंसी ट्रांसपोर्ट शामिल हो सकता है।
क्लेम प्रक्रिया
1. पॉलिसी डॉक्यूमेंट चेक करें
2. प्री-अप्रूवल लें – इमरजेंसी में कंपनी को तुरंत सूचित करें।
3. बिल और मेडिकल रिपोर्ट सहेजें – यह किसी भी क्लेम के लिए जरूरी है।
खास-खास : कुछ इंश्योरेंस केवल देश के अंदर की एयर एम्बुलेंस कवर करते हैं, अंतरराष्ट्रीय ट्रांसफर के लिए अलग पॉलिसी चाहिए।
एयर एम्बुलेंस बुक करते समय यह जरूर जानें-
- क्या विमान में आईसीयू की सुविधा और वेंटिलेटर है?
- क्या डॉक्टर और पैरामेडिक्स टीम साथ जाएगी?
- लैंडिंग परमिशन कितनी जल्दी मिलेगी?
- क्या कीमत में सभी चार्जेज शामिल हैं? (कुछ कंपनियां फ्यूल सरचार्ज अलग से लेती हैं)
अहम सलाह: पारिवारिक डॉक्टर या हॉस्पिटल से पहले से एयर एम्बुलेंस प्रोवाइडर्स की लिस्ट पूछकर रखें। अगर इंश्योरेंस कवर नहीं है तो क्रेडिट कार्ड/पर्सनल लोन का इस्तेमाल करने के लिए तैयार रहें ।