नई दिल्ली (एडीएनए)।
भारतीय वायुसेना को मार्च 2026 तक छह हल्के लड़ाकू विमान तेजस मिल जाएंगे। इन अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों का निर्माण कर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) कर रही है।
एचएएल प्रमुख के अनुसार तेजस की आपूर्ति में कुछ देरी हुई है लेकिन अब और समय नहीं लगेगा, उनके अनुसार जीई एयरोस्पेस से इंजन की आपूर्ति में विलंब इसके लिए जिम्मेदार है।
कंपनी की योजना अगले साल 16 तेजस एमके-1ए जेट बनाने की है, जो इंजन की स्थिर आपूर्ति पर निर्भर है। फरवरी 2021 में, रक्षा मंत्रालय ने 83 तेजस एमके-1ए जेट के लिए एचएएल के साथ 48,000 करोड़ रुपये का कॉन्ट्रैक्ट किया था। बेड़े में तेजस शामिल होने से भारतीय वायुसेना और मजबूत होगी। तेजस की ताकत के बारे में दुश्मन को पता है, 6 तेजस वायुसेना के बेड़े में शामिल होने से दुश्मन का डर और बढ़ेगा।