नई दिल्ली (एडीएनए)।
मध्य-पूर्वीय क्षेत्र में चल रहे युद्ध ने कई देशों के एयरस्पेसों को हिला कर रख दिया। या तो बंद करना पड़ा या मार्गों को परिवर्तित किया गया है।
ईरान और इजरायल के बीच जारी जंग के चलते आसपास के वायुक्षेत्र संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत, कतर और ओमान को अपने एयरस्पेस में बदलाव करना पड़ा। इन देशों को आने और आने वाली उड़ाने के किराये भी वृद्धि की गई। यही नहीं ईरान, इराक और इजरायल को इन देशों को अपनी उड़ाने स्थगित करनी पड़ी। कास्पियन समुद्री मार्ग या मिस्र होते हुए गतंव्य की ओर गए।
भारतीय विमानों पर भी असर
ईरान-इजराइल युद्ध के चलते भारत से मध्य-पूर्व की ओर जाने वाले विमानों पर गहरा असर पड़ा है। बढ़ते तनाव और बंद एयरस्पेस के चलते अब 60 से ज्यादा उड़ानों को रद्द किया जा चुका है। अकेले दिल्ली हवाईअड्डे से 40 उड़ानों को कैंसिल किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमौसी एयरपोर्ट लखनऊ से अबुधाबी और शारजाह को जाने वाली दो फ्लाइटों को यूएई-कतर एयरस्पेस बंद होने के चलते कैंसिल कर दिया। वहं, अहमदाबाद एयरपोर्ट आने वाली पांच फ्लाइट कैंसिल कर दी गई हैं। इनमें लंदन, अबु धाबी, दुबई, कुवैत और दोहा की उड़ाने हैं। अमृतसर और जयपुर एयरपोर्ट से भी उड़ानों को निरस्त करने की सूचना है। दीगर है कि 23 जून की रात को ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों पर हमलों का बदला लेने के लिए कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयरबेस पर मिसाइलों से हमला किया था। इसके बाद से ही इराक, बहरीन यूएई, कतर और कुवैत ने अस्थाई रूप से अपने एयरस्पेस बंद कर दिए।
अमेरिकी हमले से दुनियाभर में विमान सेवा हुई प्रभावित
ईरान के परमाणु संयंत्रों पर अमेरिकी हमले के बाद विश्वभर में विमान सेवा प्रभावित हो गईं। एयर ट्रैकिंग डाटा के अनुसार दोनों देशों की जंग के चलते सोमवार दोपहर तक दुनियाभर 705 विमान सेवा रद्द हुईं। दुबई एयरपोर्ट से सर्वाधिक 75 विमान सेवा रद्द रहीं। एयर इंडिया ने 35 विमान सेवा को रद्द किया। जंग में अचानक अमेरिका के उतरने से कई देशों ने एयर स्पेस बंद कर दिया था। अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर ईरानी हमले के बाद कतर ने एयरस्पेस बंद कर दिया।