नई दिल्ली (एडीएनए)।
12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का ड्रीमलाइन क्रैश होने के बाद डीजीसीए ने हवाई सेवाओं पर नजर दौड़ायी तो तमाम खामिलायं मिलीं। हवाई सेवाओं से जुड़ी ताबड़तोड़ घटनाओं के बाद गंभीर डीजीसीए ने देश के सभी प्रमुख हवाई अड्डों और एयरलाइंस की सम्पूर्ण ऑडिट शुरू की तो चौकाने वाले तथ्य सामने आए। डीजीसीए के सामने कई गंभीर खामियां आयीं जिनको गंभीरता से लेते हुए संबंधित ऑपरेटरों को सात दिनों के भीतर जरूरी सुधार करने के निर्देश दिए। डीजीसीए के अनुसार देश के बड़े हवाईअड्डों पर निगरानी के दौरान विमानन प्रणाली में कई स्तरों पर लापरवाही और खराब रखरखाव की समस्याएं पाई गई हैं। डीजीसीए के अनुसार ऑडिट में में उड़ान संचालन, उड़ान योग्यता, रैम्प सुरक्षा, वायु यातायात नियंत्रण (एटीसी), संचार, नेविगेशन और निगरानी (सीएनएस) प्रणालियां और उड़ान-पूर्व चिकित्सा मूल्यांकन जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल थे।
रनवे मिले खराब
डीजीसीए को जांच में कई हवाईअड्डों पर रनवे के बीच की लाइनें धुंधली मिलीं।, जिससे विमानों को उतरने और उड़ान भरने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, रैपिड एग्जिट टैक्सीवे पर लगी हरी लाइटें एक दिशा में जलती नहीं मिलीं, जो विमान संचालन के लिहाज से एक बड़ी तकनीकी खामी मानी जाती है।
घिसे टायरों से उड़ान भरने को तैयार था विमान
ऑडिट के दौरान एक घटना भी सामने आयी, एक घरेलू एयरलाइन की उड़ान इसलिए रोकनी पड़ी क्योंकि विमान के टायर जरूरत से ज्यादा घिस चुके थे। डीजीसीए ने बताया कि जरूरी मरम्मत के बाद ही विमान को उड़ान की अनुमति दी गई।
कई विमानों में बार-बार वही शिमलां
डीजीसीए के मुताबिक, कई मामलों में विमानों में पहले जो शामियां पाई गई थीं, वे दोबारा जांच में फिर सामने आईं, जिससे यह साफ है कि एयरलाइंस मरम्मत और सुधार के काम ठीक से नहीं कर रहीं।
दिल्ली और मुंबई संग कई एयरपोर्ट पर ऑडिट
संयुक्त महानिदेशक के नेतृत्व में दो टीमों ने दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों समेत प्रमुख हवाई अड्डों पर ऑडिट किया। डीजीसीए ने कई मामलों को सूचीबद्ध किया, कहाकि रिपोर्ट की गई खामियां विमान में कई बार फिर से दिखाई दीं, जो अप्रभावी निगरानी और अपर्याप्त सुधार का संकेत देती हैं।
डीजीसीए की कड़ी चेतावनी
डीजीसीए ने कहा है कि इस तरह की खामियों से यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। एयरलाइनों को चेतावनी दी गई है कि वे विमान और एयरपोर्ट के रखरखाव में किसी तरह की लापरवाही न बरतें। डीजीसीए ने कहा है कि इस जांच में मिली खामियां तत्काल प्रभाव से दूर कर ली जाएं ताकि आगे यात्रियों की सुरक्षा में खतरे की गुंजाइश न रहे।