कानपुर (एडीएनए)।
आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान से बिगड़ते रिश्तों को देखते हुए सेना ने खुद को हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार कर रही है। खुद को और मजबूत करने के लिए सेना के सेंट्रल कमांड के कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदय सेनगुप्ता ने पिछले दिनों आईआईटी कानपुर का भ्रमण किया। उन्होंने सेना के अन्य अधिकारियों के साथ आईआईटी में ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स व साइबर सुरक्षा को लेकर चल रहे रिसर्च, विकसित हो रहे उपकरण व उत्पाद के बारे में न सिर्फ विस्तार से जानकारी ली बल्कि उन्हें अपनी कसौटियों पर भी परखा और आईआईटी को अपनी जरूरतों के बारे में बताया। हालांकि, आईआईटी के अधिकारी इस यात्रा को शिक्षाविद और सेना के बीच बढ़ते संवाद के साथ सेना व अकादमिक सहयोग के नए रास्ते खुलने की बात कह रहे हैं। जिससे राष्ट्र की सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
सेंट्रल कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पीवीएसएम, यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदय सेनगुप्ता अपनी टीम के साथ 15 मई को आईआईटी पहुंचे। जहां संस्थान के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने उनका स्वागत किया। सेना ने प्रोफेसर और छात्रों के रिसर्च को परखा। प्रो. बी भट्टाचार्य के समूह, प्रो. शक्ति गुप्ता व आदित्य के चतुर्भुज व रोटरी प्रणालियों समेत उन्नत रोबोटिक्स के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रो. वैभव श्रीवास्तव, प्रो. जे रामकुमार, प्रो. अनंत रामकृष्ण व प्रो. अभिषेक की ओर से विकसित किए जा रहे रक्षा अनुप्रयोगों वाले मेटा मटेरियल्स को देखा। सेना ने आईआईटी के ड्रोन की खूबियों को भी देखा। जिसमें टेराक्वा यूएवी, एथ्रोन एयरोस्पेस व नाइट्रोडायनामिक्स के स्वदेशी ड्रोन शामिल रहे। निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने सी3आई हब, प्रो. नितिन सक्सेना ने सेंटर फॉर डेवलपिंग इंटेलीजेंट सिस्टम्स, प्रो. अभिषेक ने हेलीकॉप्टर व वीटीओएल लैब और प्रो. सुब्रमण्यम सडरेला ने यूएवी लैब के बारे में सेना के अधिकारियों को जानकारी दी। लेफ्टिनेंट जनरल अनिंदय सेनगुप्ता ने कहा कि राष्ट्रीय रक्षा के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आईआईटी कानपुर से उभर रहे अनुसंधान और नवाचार की गहराई को देखना उत्साहजनक रहा। इस सहयोग से हमारी स्वदेशी तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हम मिलकर देश की सुरक्षा चुनौतियों का न केवल समाधान कर सकते हैं बल्कि किसी भी दुश्मन देश को करारा जवाब दे सकते हैं।