नई दिल्ली (एडीएनए)
अहमदाबाद वमान हादसे के बाद डीजीसीए ने एयरलाइंस के साथ एयरपोर्टों का ऑडिट किया तो ढेरों कमियां मिलीं, इसके बाद अब सभी प्रमुख भारतीय हवाईअड्डों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस करने की कवायद शुरू की गई है। इनमें सुरक्षा प्रमुख बिंदु है। दिल्ली एयरपोर्ट समेत देशभर के 69 हवाईअड्डों को योजना में शामिल किया गया है।
आएदिन हवाईअड्डों पर झगड़े-विवाद या सुरक्षा में सेंध जैसी खबरें अखबारों में सुर्खियां बनती हैं। इन्हीं को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार को दिल्ली हवाईअड्डे पर एक उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई इनके यात्रियों की सुरक्षा मुख्य रही। एयरपोर्ट पर सुरक्षा-व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे सीआईएसएफ के मुख्य प्रवक्ता अजय दहिया ने बताया कि बैठक में देशभर के 69 हवाई अड्डों के सुरक्षा प्रमुख, नागिरक उड्डयन मंत्रालय के अधिकारी, डीजीसीए, दिल्ली पुलिस, एसपीजी समेत प्रमुख जांच एजेंसियों के आलाअफसर शामिल रहे। बैठक के दौरान एयरपोर्ट की सुरक्षा को और मजबूत और अभेद बनाने पर गहन मंत्रणा हुई। यात्रियों के समय को बचाने के लिए हम कैसे उन्हें सुविधाएं दे सकते हैं। हवाईअड्डों के बाहर के क्षेत्रों में नाइट विजन कैमरे जो संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखेंगे, विमान के उतरने और उड़ने समय पक्षियों से बचाने, यात्रियों की सुविधाएं, बैठने और जलपान की उच्चस्तरीय व्यवस्था प्रदान करने संबंधी मुद्दों पर चर्चा हुई। यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और सुविधा देने के लिए हवाईअड्डों पर तैनात सभी एजेंसियों को विचार-विमर्च कर तालमेल बिठाने पर भी जोर दिया गया।