लखनऊ (एडीएनए)।
अपना स्पेस सेंचर न होने से देश के लिए जरूरी शोधों के लिए लखनऊ के शुभांशु शुक्ला को अंतरिक्ष में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजपा पड़ा है, जाहिर है वह जो शोध करेंगे केवल अपने लिए नहीं रह जाएंगे। जिस दिन भारत का आपना स्पेस सेंटर होगा तमाम शोधों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है और जल्द हमरा अपना स्पेस सेंटर अंतरिक्ष में तैर रहा होगा।
इसरो के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग के सचिव डॉ. वी नारायणन ने लखनऊ में प्रदेश सरकार की ओर से आयोजित एक कार्यशाला में कहा कि अब हर क्षेत्र में स्पेस टेक्नालॉजी का प्रयोग हो रहा है। कृषि, सिंचाई, वन खन से लेकर तमाम क्षेत्रो में स्पेस टेक्नालॉजी की जरूरत है, भारत इस पर काफी गे बढ़ चुका है। ऐसे और क्षेत्रों में स्पेस टेक्नालॉजी की जरूरत है जिसके लिए शोध करने होंगे और उसके लिए अपना स्पेस स्टेशन जरूरी है। उन्होंने कहाकि भारत ने सेटेलाइट प्रक्षेपण में मराहात हासिल कर ली है अब हम स्पेस स्टेशन की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्पेस स्टेशन के साथ हम चंद्रमा पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं और जल्द देश इस मुकाम पर पहुंच जाएगा।
उप्र के लिए उपग्रह भेजेगा इसरो
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसरो प्रमुख से प्रदेश का अलग उपग्रह भेजने की अपील की और इसकी संभावनाओं पर चर्चा की। सीएम य़ोगी ने बताया कि प्रदेश में हर साल सैकड़ों लोग काशीय बिजली से मर जाते हैं, अगर हमारा उपग्रह पहसे इसकी सूचना देदे तो हम बज्रपात से मरने वालों को बचा सकते हैं।
शुभांशु ने की इसरो की तारीफ
इंटरनेशनल स्पेस सेंटर पर पहुंचे शुभांशु शुक्ला ने वहां से फोन पर इसरो प्रमुख वी नारायणन से बात की और स्पेश स्टेशन पर सुरक्षित पहुंचाने के लिए इसरो की ताऱीफ की। उन्होंने स्पेस पर किए जा रहे वैज्ञानिक प्रयोगों की जानकारी दी। इसरो प्रमुख ने उनका हालचाल पूछा। शुभांशु से उन्होंने कहा कि उनकी इस यात्रा से भारत के मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान गगनयान में बहुत मदद मिलेगी।