नई दिल्ली (एडीएनए)।
डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन) ने एक ऐसी तोप तैयार की है जो चलते-फिरते हुए दुश्मनों के दांत खट्टे करेगी। इसकी खासियत यह है कि इसे एक जगह जमीन पर गाड़कर नहीं रखा जाएगा बल्कि एक ट्रक में फिट कर जरूरत के हिसाब से हमला करने वाले स्थान पर ले जाया जा सकेगा।
अत्याधुनिक माउंटेड गन सिस्टम (एमजीएस) से तैयार इस तोप में कई खासियत हैं। यह 45 किलोमीटर दूर तक अपने लक्ष्य साधकर उसे नष्ट कर सकती है। 85 सेकंड में फायर करने की क्षमता है। सेना ने स्वदेशी रूप से विकसित इस एमजीएस का परीक्षण करने का फैसला किया है। फायर कर तुरंत अपना स्थान बदलने की क्षमता इस तोप को और खास बनाती है। सेना के लिए ये तेज, मोबाइल और ताकतवर तोप खाने की तरह काम करेगी। यह जल्दी-जल्दी गोले दागने के बाद तुरंत जगह बदल सकती है। हर 80 सेकंड में तैनात होकर फायर करने के लिए तैयार हो जाती है और 85 सेकंड में स्थान बदल सकती है। इसमें 155 एमएम की तोप लगी है जो 40-45 किलोमीटर दूर तक सटीक फायर कर सकती है। मुश्किल इलाकों में 60 किमी/घंटा और मैदानी इलाकों में 90 किमी/घंटा की गति है। इसे रेल या विमान से आसानी से भी ले जाया जा सकता है। इसमें सेमी-ऑटोमैटिक लोडिंग सिस्टम है, जिससे गोले जल्दी लोड होते हैं। इसमें एडवांस टारगेटिंग और फायर कंट्रोल सिस्टम भी लगा है। इसका वजन 30 टन के करीब है। विशेषज्ञ बताते हैं कि यह भारत-चीन सीमा जैसे ऊंचे, दूर-दराज के इलाकों में बहुत काम आएगी। रेगिस्तानी इलाकों या जल्दी मूवमेंट वाली लड़ाई में भी इसका इस्तेमाल होगा।