नई दिल्ली (एडीएनए)।
एक दिन पूर्व जगुआर के हादसाग्रस्त होने के बाद इस बमवर्षक विमान पर सवालियां निशान उठने पर विमानन विशेषज्ञों ने अपना पक्ष रखा है। विशेषज्ञों ने कहा कि जगुआर बेहद सुरक्षित लड़ाकू विमान है। इसे वायुसेना 1979 से इस्तेमाल कर रही है। दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान में क्या गड़बड़ी हुई यह 'कोर्ट आफ इनक्वारी' से ही पता चलेगा।
वायुसेना के एक अफसर ने बताया कि दे इंजन वाला यह बमवर्षक विमान बेहद सुरक्षित है। उन्होंने बताया कि अगर एक इंजन में कुछ खराबी आती है, तो उसे संभालने और लैंडिंग करने के लिए दूसरा इंजन होता है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के कई कारण हो सकते है- तकनीकी खराबी, पक्षी का टकराना या कोई और। हादसे के बाद इस विमान को खराब या कमजोर कहना गलत रहेगा। विशेज्ञषों ने बताया कि कुछ लोग इसे उड़ता ताबूत कह रहे हैं, यह सरासर गलत है। जगुआर बेहद सुरक्षित और किसी भी हालत से निपटने में पूरी तरह से सक्षम फाइटर प्लेन है। एक हादसे के चलते इस पर सवाल उठाना गलत है।