नई दिल्ली (एडीएनए)।
अहमदाबाद विमान हादसे को लेकर फ्यूल बंद होने के बड़े खुलासे के बाद अभी यह तय नहीं है फ्यूल कंट्रोल स्विच कैसे बंद हुए। फ्यूल बंद होने से ही एक साथ बंद हुए थे जिससे हादसा हुआ और 270 लोग मारे गए।
अब एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि फ्यूल कंट्रोल स्विच तकनीकी खराबी से बंद हुए या पायलटों की किसी गलती से। दोनों ही इंजन के फ्यूल स्विच उड़ान भरने के एक सेकेंड के अंदर ही बंद हो गए थे जिससे इंजनों में फ्यूल बंद हो गया था। जांच में यह भी पता चला है कि दोनों पायलट हादसा बचाने के लिए आखिरी तक जूझते रहे। जांच के दौरान वाइस रिकार्डर से पता चला कि एक पायलट ने दूसरे पूछा था कि क्या उसने इंजन बंद किया है तो दूसरे ने जवाब दिया था नहीं और कुछ सेकेंड में ही हादसा हो गया। पायलटों ने दोनों इंजन स्टार्ट करने की कोशिश की, एक इंजन ने कुछ रिकवर भी किया लेकिन सारी कोशिशें नाकाम रहीं। माना जा रहा है कि विमान उंचाई पर होता पायलटों को और मौका मिलता जिससे हादसा बच सकता था।
इस बीच भाजपा नेता और पायलट राजीव प्रताप रूड़ी ने एअर इंडिया विमान हादसे पर शुरुआती रिपोर्ट का विश्लेषण करते हुए कहा कि टेक-ऑफ के समय विमान ने सही स्पीड पकड़ी थी लेकिन लेकिन दोनों इंजन अचानक बंद हो गए। उन्होंने रिपोर्ट में रैट और एपीयू के एक्टिव होने को गंभीर तकनीकी संकेत माना, उन्होंने कहा फ्यूल स्विच खुद किसी तकनीकी खराबी से बंद हुए, इसमें पायलटों की कोई गलती नहीं है।