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जेवर हवाईअड्डे पर युद्ध स्तर पर काम, 15 सितंबर की डेडलाइन

नई दिल्ली (एडीएनए)। 

सरकार की ओर से जेवर (नोएडा) हवाई अड्डा 15 सितंबर से शुरू करने की डेडलाइन दी गई है, इसके बाद यहां युद्ध स्तर पर काम शुरू हो गया है। अगर इसी तरह काम होता रहा तो 15 सितंबर से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विमानों की उड़ानें शुरू हो जाएंगी। हालांकि इससे पहले कई डेडलाइन आगे बढ़ाई गई हैं। योजना के मुताबिक सबसे पहले घरेलू और कार्गों की सेवाएं शुरू होंगी, इसके बाद 25 नवंबर तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं चालू हो सकती हैं।

जेवर हवाईअड्डे पर अभी भी कई निर्माण कार्य शेष हैं। बावजूद इसके समय से सेवाएं शुरू करने पर जोर हैं। हवाईअड्डे पर बचे हुए काम को समय के अंदर पूरा करने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। यात्रियों से जुड़ी सुविधा, सुरक्षा और समस्त एयरपोर्ट की सुरक्षा के नजरिए से कई अहम कार्य होने बाकी हैं। सभी काम पूरे होने के बाद ही ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी से सुरक्षा संबंधी मंजूरी मिलती है। सूत्रों का कहना है कि अभी काफी काम बचा है। कार्य भले ही अंतिम चरण में हो, लेकिन जिस तरह के काम बचे हैं, उन्हें पूरा करने में चार-पांच महीने का वक्त लगता है।

 एरोड्रम लाइसेंस अभी नहीं

किसी भी हवाईअड्डे पर विमानों की उड़ान शुरू करने से पहले एरोड्रम लाइसेंस मिलना जरूरी होता है। यह लाइसेंस नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) से मिलता है। यह हवाई अड्डे के संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। यह लाइसेंस हवाई अड्डे को नागरिक उड्डयन नियमों के अनुसार संचालित करने की अनुमति देता है। जब कोई एयरपोर्ट तैयार होता है तो डीजीसीए में इस लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है। डीजीसीए के विशेषज्ञों की टीम निरीक्षण करती है इसके बाद एरोड्रक का लाइसेंस जारी होता है। जेवर एयरपोर्टपर अभी यह काम शेष है।

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