नई दिल्ली (एडीएनए)।
17 दिनों के बाद अंतरिक्ष से कल यानि 15 जुलाई को शुभांशु शुक्ला अपनी टीम के साथ धरती पर उतरेंगे। उनके अंतरिक्ष से निकलने और धरती पर पहुंचने से संबंधित सभी तैयारियों को पूरा कर लिया है। धरती पर उतरते हुए मेडिकल संबंधी उनकी जांच, रहन-सहन समेत जरूरी कवायदों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। धरती पर उतरने के सात दिनों तक उन्हें एकांतवास में रखा जाएगा। इस दौरान वह गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव में पृथ्वी पर जीवन के साथ अपना तालमेल बिठाएंगे। शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री सोमवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 2:25 बजे अंतरिक्ष यान में सवार होकर पृथ्वी की ओर कूच करेंगे।
580 पाउंड से अधिक कार्गो के साथ आएगा
ड्रैगन अंतरिक्ष यान 580 पाउंड से अधिक कार्गो के साथ धरती पर वापस आएगा। इसमें नासा के हार्डवेयर और मिशन के दौरान किए गए 60 से अधिक प्रयोगों का विश्लेषण शामिल है। भारत के अंतरिक्ष यात्राी शुभांशु शुक्ला ने अपनी टीम के साथ बीते 18 दिनों में अंतरिक्ष में सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में उनकी सटीकता का आकलन करने के लिए सतत ग्लूकोज मॉनिटर का परीक्षण किया। यह सुइट राइड पहल के तहत मधुमेह रोगियों को अंतरिक्ष उड़ान में भाग लेने में सक्षम बनाने की दिशा में अहम कदम था।
शुभांशु के परिजनों को दी जा रही पल-पल की जानकारी
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष पर जाने, वहां रहने और काम करने अलावा उनके वापस आने संबंधी सभी जानकारी उनके परिजनों का इसरो की ओर से दी जा रही है। परिजनों को शुभांशु से जुड़े हर घटनाक्रम के बारे में अपडेट कराया जा रहा है। बहन शुचि उनके मिशन का अपडेट लेकर माता आशा और पिता शंभूदयाल को बता रही हैं। रविवार रात इसरो ने एक वीडियो संदेश जारी कर शुभांशु के लौटने पर फेयरवेल पार्टी के बारे में बताया कि परिजनों की आंखों में खुशी के आंसू भर आए। वहीं, शुभांशु की मां आशा शुक्ला ने कहा कि परिवार बेटे के भव्य स्वागत की योजना बना रहा है। वहीं, शंभू दयाल शुक्ला कहते हैं कि हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह सकुशल वापस आएं।