नई दिल्ली (एडीएनए)
इस समय अंतरिक्ष स्टेशन पर 11 यात्री हैं, जिनमें से एक्सपीडिशन 73 के सात और एक्सिओम-4 के चार यात्री हैं। धरती पर वापसी से पहले रविवार को हुए विदाई कार्यक्रम में यात्रियों ने छह देशों के व्यंजनों का लुत्फ उठाया गया। अंतरिक्ष यात्रियों ने मीठी ब्रेड, दूध और अखरोट से बने स्वादिष्ट केक का आनंद लिया। शुभांशु शुक्ला अपने साथ आम रस और गाजर का हलवा लेकर गए थे जबकि पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री स्लावोज अपना स्थानीय व्यंजन, गोभी और मशरूम के साथ पिएरोगी लेकर गए थे। अंतरिक्ष यात्री भारतीय समयानुसार आज शाम 4:35 बजे से आईएसएस से धरती के लिए बाहर निकलने की तैयारी कर रहे हैं। चालक दल में कमांडर पैगी व्हिटसन, पायलट शुभांशु शुक्ला और मिशन विशेषज्ञ स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की तथा टिबोर कापू शामिल हैं। पृथ्वी पर वापसी भारतीय समयानुसार 15 जुलाई को दोपहर बाद 3:00 बजे निर्धारित है।
अंतरिक्ष पर विदाई समारोह में शुभांशु बोले- यहां से निडर दिखता है भारत
धरती पर वापसी के पहले अंतरिक्ष स्टेशन पर विदाई समारोह का कार्यक्रम आयोजित किया गया। रविवार को हुए इस कार्यक्रम में सभी यात्रियों ने अपने-अपने अनुभव साझा किए। भारत के अंतरिक्ष यात्री ग्रुप कैप्टन शुभांशु ने अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा के साल 1984 में दिए उद्बोधन को दोहराते हुए कहा कि आज भी भारत ऊपर से 'सारे जहां से अच्छा' दिखता है। यहां से हमारा देख निडर और महत्वाकांक्षाओं से भरा हुआ दिखता है। यहां होना न सिर्फ उनके लिए बल्कि सभी भारतवासियों के लिए खुशी और गर्व की बात है।
शुभांशु ने बताया कि अंतरिक्ष की यात्रा की जादू सी लगती है। उन्होंने कहा कि यहां से यात्रा समाप्त जरूर हो रही लेकिन संपूर्ण मानव जाति के लिए अंतरिक्ष की उड़ान बहुत लंबी है। यह कठिन है लेकिन असंभव नहीं।