नई दिल्ली (एडीएनए)।
जून-जुलाई में 30 दिन के अंदर अलग-अलग हादसों में सात पायलटों की मौत हो गई। अहमदाबाद से शुरू हुआ हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
गुजरात के अहमदाबाद एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर क्रैश होने के बाद 30 दिनों में अलग-अलग पांच और पायलटों की मौत हुई। इन हादसों में अनुभवी पायलटों के साथ कुछ ट्रेनी पायलट भी मारे गए। अहमदाबाद हादसे पर एएआईबी की चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आ चुकी है..बाकी मामलों की भी जांच चल रही है। इस हादसे में दो पायलटों सुमित सभरवाल और क्लाइव कुंदर के अलावा 10 क्रू मेम्बर की मौत हुई। हादसे में विमान में सवार 129 यात्री भी मारे गए थे, इसमें सवार एकमात्र ब्रिटिश नागरिक बचा था। मेडिकल कालेज पर गिरे विमान की चपेट में आकर 19 स्थानीय लोग बी मारे गए थे।
अहमदाबाद हादसे के तीन दिन बाद ही 15 जून को केदारनाथ में गौरीकुंड के पास हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें रिटायर्ड लेफिटनेंट कर्नल रावीर सिंह चौहान मारे गए। वह 15 साल तक सेना में रहे। नौ जुलाई को राजस्थान के चुरु में वायु सेना का जगुआर फाइटर जेट क्रैश हुआ जिसमें स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह और ट्रेनी पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट ऋषिराज सिंह शहीद हो गए। परिवार में ऋषिराज की शादी की तैयारियां चल रही थीं। आठ जुलाई को कनाडा में हवा में दो ट्रेनी विमानों की टक्कर हुई जिसमें भारत के श्रीहरि सुकेश और कनाडाई पायलट सवाना मे रॉयस की मौत हुई।