कानपुर (एडीएनए)।
एचएएल (हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) ने सालों पुराने डोर्नियर विमानों को कई आधुनिक खूबियों से लैस कर उन्हें पहले से ज्यादा घातक और सक्षम बनाया है। ऐसे 17 डोर्नियर विमानों इंडियन नेवी को सौंपे गए हैं। इन विमानों की पैनी नजर समुद्री डकैतों से हमें महफूज रखेगी। यही नहीं, खराब से खराब मौसम और घने अंधेरे में भी इनकी निगाह तटस्थ रहेगी।
इन विमानों की खासियत कुछ अलग है। इसमें लगा इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और इन्फ्रारेड सेंसर किसी भी हरकत को तुरंत पहचान लेगा और सावधान करते हुए अपनी कमान को सूचित करेगा। इसके अलावा फंक्शन डिस्प्ले, डिजिटल ऑटो पायलट तकनीक विमान के चालकों के काम को और आसान बनाएगा। खराब से खराब मौसम में भी विमान में लगी उपग्रह संचार सेवा और सुरक्षित डेटा लिंक से जहाजों और तटीय स्टेशनों समेत सुरक्षा एजेंसियों से बेहतर समन्वय स्थापित करेगा। आपको बता दें कि एचएएल की कानपुर स्थित ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट डिवीजन ने मिड लाइफ डोर्नियर (डीओ-228) विमानों को उच्चीकृत किया है। सूत्रों के मुताबिक तटरक्षक बल के अधिकारियों को इन्हें हैंडओवर किया गया है। जानकार बताते हैं कि पिछले साल एचएएल में बने दो डोर्नियर-228 विमानों को गुयाना को सौंपा गया था।