नई दिल्ली (एडीएनए)।
लखनऊ के शुभांशु शुक्ला ने कहा... सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा..। अंतरिक्ष से विधाई लेने से पहले उन्होंने कहा-हमारा भारत आत्मविश्वास से भरा दिखता है। उन्होंने भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के 1984 में कहे शब्दों को दोहराया..भारत गर्व से भरा हुआ दिखता है। वह आज (सोमवार) करीब साढ़े चार बजे अंतरिक्ष से धरती के लिए रवाना होंगे, उनके साथ अन्य देशों के तीन और यात्री होंगे जो 25 जून को उनके साथ अंतरिक्ष पर गए थे।
इंतजार की घड़ियां खत्म हुईं..भारत के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला के धरती पर वापसी का समय तय हो गया है। 18 दिन अंतरिक्ष में बिताने के बाद भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला आज करीब ढाई बजे स्पेस शूट पहन कर ड्रैगन अंतरिक्षयान में सवार होंगे और करीब साढ़े बजे वहां से रवाना होंगे। शुभांशु का ड्रैगन मंगलवार को कैलीफोर्निया के समुद्र तट पर उतरेगा।
एक्सिओम-4 मिशन के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य क्रू सदस्य कमांडर पैगी व्हिटसन, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) की पोलैंड निवासी परियोजना अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कापू 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से अंतरिक्ष पर गए थे। ड्रैगन अंतरिक्ष यान 28 घंटे की यात्रा के बाद 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचा था। पहले इन यात्रियों को 10 जुलाई को वापस आना था लेकिन तकनीकी खामियों के चलते वापसी टल गई थी।
नासा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस बार जो यात्री अंतरिक्ष यात्रा पर गए हैं उनके अनुभव पहले की अपेक्षा बेहद शानदार रहे है। यात्रियों ने ज्यादातर समय पृथ्वी से ऊपर की तस्वीरें खींचने, वीडियो बनाने और पृथ्वी के दृश्यों का आनंद लेने तथा प्रियजनों से जुड़ने में बिताया। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर करीब तीन हफ्ते बिताने के बाद पृथ्वी की 230 परिक्रमा पूरी कर 60 लाख मील (96.5 लाख किलोमीटर) से ज्यादा की दूरी तय कर ली है। इस अवधि में अंतरिक्ष यात्रियों ने 230 सूर्योदय देखे।
60 से अधिक प्रयोग किए
अंतरिक्ष यात्रियों ने कृषि और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में 60 से अधिक प्रयोग भी किए गए। यह प्रयोग आने वाले समय में अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अनसुलझे पहलुओं को सुलझाने में मददगार साबित होंगे। ये शोध भविष्य में अंतरक्षि खोज संबंधी अभियानों और पृथ्वी पर जीवन होने की महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे। अपनी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान शुभांशु शुक्ला ने जीवन को सहारा देने में सूक्ष्म शैवाल की क्षमता का अध्ययन करने के लिए उनके नमूनों का सेंट्रीफ्यूजेशन और फ्रीजिंग किया। अंतरिक्ष यात्रियों ने मनुष्यों के जीवन पर प्रयोग, जैसे कि मानव आंत माइक्रोबायोटा, इम्यून मल्टीओमिक्स, मस्कुलर स्टिमुलेशन और माइक्रोबायोम प्रोफाइलिंग के लिए नमूने भी जुटाए हैं।
धरती वापसी की यात्रा का आज लाइव प्रसाण
नासा ने बताया कि वह एक्सिओम मिशन 4 से अनडॉकिंग और प्रस्थान का सीधा प्रसारण करेगा। लाइव प्रसारण अनडॉकिंग के लगभग 30 मिनट का होगा। यह कवरेज एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स द्वारा axiom.space/live और स्पेसएक्स की वेबसाइट से जारी होगा। इसमें यान के पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश और कैलिफोर्निया के तट पर उतरने को दिखाया जाएगा। भारतीय समयानुसार यह कवरेज शाम 4:15 बजे से शुरू होगा।