उत्तराखंड (एडीएनए)।
आठ मई को उत्तरकाशी में हुए हेलीकाप्टर हादसे की जांच रिपोर्ट में पता चला है कि हेलीकाप्टर बिजली के तारों से टकराकर जमीन पर गिरा था। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने इसकी प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट में जांच टीम ने बताया कि आपातकालीन लैंडिंग के दौरान मुख्य रोटर ब्लेड के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तारों में टकराने से हादसा हुआ। बताया कि उड़ान भरने के करीब 20 मिनट बाद हेलीकॉप्टर अपनी निर्धारित ऊंचाई से नीचे उतरने लगा था। इस दर्दनाक हादसे में पायलट समेत छह लोगों असमय काल के गाल में समा गए थे।
रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया गया कि एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित बेल 407 हेलीकॉप्टर उड़ान भरने लायक था। खरसाली हेलीपैड से झाल हेलीपैड के लिए यह हेलीकॉप्टर छह यात्रियों को लेकर रवाना हुआ था। दुर्घटना से दो दिन पहले टेल रोटर में एक खराबी को ठीक कर दिया गया था। जांचकर्ताओं ने पाया कि हेलीकॉप्टर अपनी निर्धारित ऊंचाई से नीचे उतरने लगा और गंगनानी के पास उत्तरकाशी-गंगोत्री रोड पर आपातकालीन लैंडिंग का प्रयास किया। इसके नीचे आते समय मुख्य रोटर ब्लेड सड़क के समानांतर चल रहे एक ओवरहेड केबल से टकराया। इस टक्कर के बाद हेलीकॉप्टर 250 फीट नीचे एक पेड़ से टकराकर रुक गया। हादसे में पायलट समेत छह लोगों की जान चली गई थी।