नई दिल्ली (एडीएनए)।
चीन अपने नए-नए प्रयोगों से अक्सर सुर्खियों में रहता है। इस बार उसने एक ऐसा फाइटर जेट बनाया है जिसने दुनियाभर की नींद उड़ा दी है। सैन्य विशेषज्ञ इसकी ताकत के बारे में अनुमान लगा रहे हैं। चीन के इस रहस्यमय फाइटर जेट जे-36 के बारे में अनुमान है कि यह किसी भी जंग में पूरी दुनिया का नक्शा बदल सकता है। छठीं पीढ़ी का यह फाइटर जेट युद्धक ड्रोन की फौज के लिए हवा में कमांड सेंटर का काम करता है। इससे किसी भी युद्ध में सैकड़ों लड़ाकू ड्रोन को आदेशित किया जा सकेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चीन के कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे माओ के लिए श्रद्धाजंलि करार दया है। वहीं, चीनी सेना ने एक वीडियो को जारी कर नए फाइटर जेट की तस्वीर दिखाई है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह चीन का छठवीं पीढ़ी का विमान है और उन्होंने इसे जे-36 का नाम दिया गया है।
यह लड़ाकू विमान कई नई घातक टेक्नोलॉजी से लैस है। अमेरिकी वायुसेना के पूर्व पायलट और एफ-16 युद्धक विमान उड़ा चुके जॉन वाटर्स का कहना है कि यह चीनी विमान बेहद खास है। किसी भी देश का राडार इस विमान को पकड़ नहीं सकता है। यह अमेरिका के B-21 स्टील्थ परमाणु बॉम्बर की तरह ही है। इसमें लगे हाईटेक कैमरे और मिसाइलें हर परिस्थिति को भेदने में पूर्णत: सक्षम हैं। इसमें लगे एडवांस सेंसर कमांड का काम करेंगे और स्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्वयं का निर्देश मानेंगे फिर दुश्मन पर हमला करेंगे। इस लड़ाकू अवाक्स सिस्टम से युक्त है अवाक्स को हवा में आसमानी आंख कहा जाता है। यह अधिक लंबी दूरी पर हमला कर सकता है। जे-36 विमान की भूमिका चीन के लंबी दूरी के रणनीतिक बॉम्बर की सुरक्षा करना शामिल है। चीन की पीएल 17 मिसाइलें हवा से हवा में 400 किमी तक हमला करने में सक्षम हैं। वह भी ध्वनि की चार गुना ज्यादा रफ्तार से। इन मिसाइलों को ले जाने और दुश्मनों के ठिकानों पल भर में तबाह करने की क्षमता है चीनी के इस बॉम्बर में। दुनियाभर में सैन्य विशेषज्ञ अमेरिकी बॉम्बर के टक्कर के रूप में इसे देख रहे हैं।