नई दिल्ली (एडीएनए)।
भारतीय नौसेना द्वारा आयात होने वाला अंतिम युद्धपोत है आईएनएस तमाल। इसका नाम देवराज इंद्र की पौराणिक तलवार के नाम पर रखा गया है। यह नौसेना का स्टील्थ फ्रिगेट है, जो रूस के कलिनिनग्राद में यंतर शिपयार्ड में बनाया गया है। तलवार श्रेणी का यह आठवां युद्धपोत है। कई खूबियों से लैस यह युद्धपोत किसी भी देश के रडार को चमका दे सकता है। कुल 24 मिसाइलों से लैस इस जंगी जहाज से 50 किलोमीटर दूर पर दुश्मन के ठिकानों को नष्ट किया जा सकता है।
साल 2022 में लांच इस जहाज को नंबवर 2024 में समुद्री परीक्षण के लिए रवाना किया गया। जानकारों की मानें तो 16 फरवरी 2025 को तमाल भारतीय दल के साथ एक प्रशिक्षण के लिए पीटर्सबर्ग पहुंचा। प्रशिक्षण करीब 50 दिनों का होगा। इसमें बंदरगाह और समुद्र दोनों पर युद्धाभ्यास और हथियारों की फायरिंग का आकलन भी किया जाएगा। उम्मीद के मुताबित इसी साल सितंबर या अक्टूबर तक यह भारत के तटीय क्षेत्रों में अपनी धमक दिखाता दिखेगा। यह आयातित अंतिम युद्धपोत होगा, इसके बाद के सभी युद्धपोत भारत में ही निर्मित हैं।