नई दिल्ली (एडीएनए)।
नई दिल्ली (एडीएनए)। 62 सालों बाद भारतीय वायु सेना से मिग-21 रिटाय़र होने जा रहा है। 19 सितंबर को चंडीगढ़ एयरबेस में इसे विदी दी जाएगी...लेकिन इस बीच एक अच्छी खबर यह है कि अमेरिका का आधुनिक लड़ाकू हेलीकाप्टर भारतीय वायुसेना में शामिल हो गया। मंगलवार को अपाचे हेलीकाप्टरों की एक खेप भारत पहुंची।
मिग-21 ने 1965 और 1971 के युद्ध में ही नहीं कारगिल में भी पाकिस्तान को धूल चटाई थी। इस विमान से भारतीय वायुसेना के सैकड़ों पायलटों ने सुपरसोनिक उड़ान और युद्ध कला सीखी। किसी समय भारतय वायु सेना की रीढ़ कहा जाने वाला यह विमान हाल के सालों में जवानों के लिए जैसले कफन बन गया था। पिछले कुछ सालों में 400 से ज्यादा मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हुए जिसमें वायु सेना के 200 से ज्यादा जांबाज पायलट मारे गए। बढ़ते हादसों को देखते हुए ही इसे रिटायर करने का फैसला लिया गया।
अपाचे अटैक हेलीकाप्टर की खेप पहुंची
लम्बे समय इंतजार के बाद आखिर मंगलवार को अमेरिका से तीन अपाचे आटैक (गार्डियन) हेलीकाप्टर की खेप भारत में उतरी। इन हेलीकाप्टरों को जोधपुर में तैनाती को कहा जा रहा है। अत्याधुनिक लड़ाकू अपाचे हेलीकाप्टर के पास 480 किमी तक मार करने की क्षमता है। इससे मिसाइल और गन दोनों से हमला किया जा सकता है। यह 625 राउंड प्रति मिनट तक गोले बरसा सकता है। इसमें एजीएम-114 हेलफायर मिसाइल सिस्टम लगा है, इससे निकली मिसाइलें टैंक भेद सकती हैं। इसके अलावा लेजर गाइडेंस मिसाइलें लगाई गई हैं जो लक्ष्य का पीछा कर उसे नेस्तनाबूद कर सकती हैं। अपाचे सबी मौसम में उड़ने में सक्षम है और 21 हजार फीट तक उंचाई तक जा सकता है, इसका सीधा मतलब है कि कहीं भी यह अटैक कर सकता है। साल के अंत तक तीन और अपाचे लड़ाकू हेलीकाप्टर भारत आ जाएंगे जिससे भारतीय वायुसेना की ताकत बहुत बढ़ जाएगी।