नई दिल्ली (एडीएनए)।
हवाई जहाज में तेल का टैंक नहीं होता है। सुनने में थोड़ा अचरज जरूर हो लग रहा होगा लेकिन यह सच है। हवाई जहाज का तेल उसके पंखों में भरा होता है। जानकारों की मानें तो भारी-भरकर जहाज का बैलेंस बराबर बनाए रखने के लिए उसके पंखों यानि विंग्स में तेल भरा जाता है। फ्यूल को विंग्स में स्टोर करने का मुख्य कारण हवा में उसका वजन और लिफ्ट फोर्स में बैलेंस बनाए रखना भी है। हवाई जहाज के वजन के बराबर उसके पंखों पर लिफ्ट फोर्स का होना बहुत जरूरी होता है। इसलिए फ्यूल को इसके विंग्स में रखा जाता है। किसी भी हवाई जहाज के विंग्स वैसे तो देखने में काफी बड़े आकार के होते हैं लेकिन यह अंदर से खोखले होते हैं। यही पर जहाज को तेल भरा जाता है।
कंप्यूटर आधारित होती है तेल भरने की प्रक्रिया
किसी भी हवाई जहाज में ईंधन भरने की प्रक्रिया कुछ अलग तरीकों से होती है। कारों की तरीके से इनमें फ्यूल नहीं भरा जाता है। हवाईअड्डो पर जहाज में फ्यूल री-फिलिंग के लिए या तो स्पेशल फ्यूल ट्रक होते हैं। या फिर अंडरग्राउंड पाइपलाइन का इस्तेमाल किया जाता है। इसी की मदद से तेल भरा जाता है। जहाज के टेकऑफ से पहले तेल भरा ट्रक आजा है और पंखों के नीचे लगे नोजल को खोलकर फ्यूल भरा जाता है। यह पूरी प्रक्रिया कंप्यूटर आधारित होती है। एक बोइंग विमान में करीब 48 हजार गैलन यानि की एक लाख 83 हजार लीटर तेल भरा जाता है।