नई दिल्ली (एडीएनए)।
डीआरडीओ ने समवार और मंगलवार को बैक-टू-बैक प्रलय मिसाइल को दो बार सफल परीक्षण किया। दोनों मिसाइलों ने टारगेट को सटीक तरीके से हिट किया, इस बड़ी सफलता के लिए रक्षा मंत्री राजनथ सिंह से डीआरडीओ की पूरी टीम को बधाई दी है।
डीआरडीओ के अनुसार दोनों मिसाइलों ने तय रास्ते का सटीक पालन किया और अपने लक्ष्य को निशाना बनाया। परीक्षण में देखा गया कि मिसाइल कम से कम और ज्यादा से ज्यादा कितनी दूर तक लक्ष्य को भेद सकती है।
क्या है प्रलय
प्रलय कम दूरी की बैलिस्टिक मिलाइल है जो पूरी तरह भारत में विकसित की गई है। यह 350 से 700 किग्रा तक के हथियारों को ले जाने में सक्षम है, यह मिसाइल ठोस ईंधन पर आधारित है। इसकी मारक क्षमता 150 से 500 किमी तक है और यह आसानी से दुश्मन के सैन्य ठिकानों और एयरबेस को निशाना बना सकती है। प्रलय मिसाइल में खास तरह के नेविगेशन सिस्टम लगाए गए हैं इससे यह बीच रास्ते में कमांड के अनुसार अपनी दिशा बदलने में सक्षम है। इससे दुश्मन का इसे हवा में मार गिराना संभव नहीं है।