नई दिल्ली (एडीएनए)।
इस साल के सात महीनों में छह विमानों के इंजन में खराबी की घटनाएं प्रकाश में आईं। यही नहीं, आपातकालीन मेडे कॉल तीन पायलट के द्वारा मांगी गई। यह जानकारी सरकार ने एक सवाल के जवाब में राज्यसभा में की। इस बारे में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि साल 2025 में जनवरी से जुलाई तक इंडिगो और स्पाइसजेट के दो-दो विमानों में इंजन बंद होने की घटनाएं हुईं, जबकि एयर इंडिया और एलायंस एयर में भी ऐसी ही एक-एक घटनाएं पता चलीं। यही नहीं, तीन बार पायलटों को 'मेडे कॉल' देना पड़ा, जिसमें सबसे गंभीर मामला एयर इंडिया की लंदन जा रही उड़ान का था, जो अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस विमान में हादसे में ढाई सौ से ज्यादा लोग असमय काल के गाल में समा गए। मेडे कॉल वह स्थिति होती है जब विमान गंभीर संकट में होता है और पायलट तीन बार 'मेडे' बोलकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से सहायता मांगता है।