नई दिल्ली (एडीएनए)।
तिरुवनतपुरम से दिल्ली आ रही रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट की इमरजेंसी लैंडिंग के बाद सियासत से जोर पकड़ लिया है। हालांकि डीजीसीए ने एक बयान जारी कर मौसम खराब होने के चलते विमान की इमरजेंसी की बात कही है। वहीं, विमान में सवार कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत कई सांसदों ने मामले की जांच की है। इस संबंध में डीजीसीए ने बताया कि एयर इंडिया के विमान को रविवार शाम 7:15 बजे उड़ान भरनी थी। दिल्ली से आने वाले एक विमान की देरी के चलते यह विमान आठ बजकर चार मिनट पर तिरुवनंतपुरम से उड़ा। विमान को मध्यम स्तर की हवाओं का सामना करना पड़ा। मौसम की विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए चालक दल ने विमान को चेन्नई मोड़ दिया। चेन्नई पहुंचने पर विमान ने 43 मिनट तक चक्कर लगाए। इसके बाद रात 10:21 बजे रनवे 25 पर लैंडिंग की तैयारी की गई, लेकिन इस दौरान एटीसी को गल्फ एयर की एक उड़ान से रनवे के बाएं हिस्से में मलबे की सूचना मिली।
हालांकि जांच के बाद रनवे पर कोई मलबा नहीं मिला और विमान को उतरने की हरी झंडी दी गई। रात 10:39 बजे विमान सुरक्षित उतरा। विमान में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत कई सांसद सवार थे। कांग्रेस महासचिव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जिसमें लिखा कि विमान में मैं, कई सांसद और सैकड़ों यात्री सवार थे। हादसे के बहुत करीब पहुंच गए। पहले विमान ने देरी से उड़ान भरी। इसके कुछ देर बाद ही तेज झटके लगे। पूछताछ में कैप्टन ने बताया कि विमान में सिग्नल की खराबी है और इसे चेन्नई डायवर्ट किया जा रहा है। केसी वेणुगोपाल ने कहा कि डीजीसीए झूठ बोल रही है। पहली बार लगा जान सांसत में है।