नई दिल्ली (एडीएनए)।
नाम से धोखा मत खाइएगा..राणा और ज्योति किसी मनुष्य का नाम नहीं बल्कि भारत के युद्धपोतों के नाम हैं। नौसैनिक अभ्यास स्लीनेक्स-25 के तहत दोनों कोलंबो पहुंच गए हैं। यह अभ्यास 18 अगस्त तक चलेगा। इस अभ्यास का 12वां संस्करण है। दोनों दोनों के बीच यह संयुक्त सैन्याभ्यास 2005 में शुरू हुआ था। इस बाद भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस राणा (एक मिसाइल विध्वंसक) और आईएनएस ज्योति अत्याधुनिक सैन्य क्षमताओं से लैस हैं। स्लीनेक्स एक द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास है जिसने पिछले दो दशकों में दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को मजबूत किया है। इस संयुक्त सैन्याभ्यास का उद्देश्य बहुआयामी समुद्री अभियानों को संयुक्त रूप से अंजाम देते हुए अंतर-संचालन क्षमता, समुद्री सहयोग को बढ़ाना और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना है। राणा और ज्योति की बात करें तो दोनों किसी से कम नहीं है। समुद्र में विषम परिस्थितयों से बखूबी निपटने और किसी भी दुश्मन को माकूल जवाब देने में पूरी तरह से सक्षम हैं। भारत-श्रीलंका के बीच संयुक्त सैन्याभ्यास पिछले साल 17 से 20 दिसंबर की बीच विशाखापत्तनम में आयोजित किया गया था।