कानपुर।
दुश्मनों की निगरानी करने के लिए अनेक ड्रोन बने हैं। मगर अब यह खास ड्रोन सीमा पर दुश्मनों की निगरानी करने के साथ जंगलों में लगी आग की भयावहता को भी बताएगा। जिससे आग पर काबू पाने के उचित इंतजाम किए जा सकेंगे। अभी तक धुएं व आग की लपटों के कारण आग की भयावहता क पता लगना मुश्किल होता है। जिससे आग विकराल रूप ले लेती है।
आइंडहोवन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी, नीदरलैंड्स की टीम ने यह लैपिक्स थ्री ड्रोन विकसित किया है। यह ड्रोन पूरी तरह से सोलर ऊर्जा से चलता है। इसके पंखों पर सोलर पैनल लगे हैं जो इसे ईंधन प्रदान करते हैं। लैपिक्स थ्री में पंखों में एक टॉर्शन बॉक्स को जोड़ा गया है। पंख बाल्सा लकड़ी से बने हैं। यह बहुत हल्की और लचीली होती है। इसमें प्लाईवुड और कार्बन फाइबर के हिस्से लगाए गए हैं। जो ड्रोन को आग और पानी से बचाने के साथ हल्का, मजबूत और टिकाऊ बनाता है। पंखों पर लगे सोलर पैनल को प्लास्टिक फिल्म से ढका गया है। वजन और जटिलता को कम करने के लिए टेल और बॉडी में सुधार किए गए हैं। श्रेयांश गोयल ने बताया कि यह खतरे से निपटने के लिए रणनीति बनाने में सहायक होगा।