भारत अब खुद पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाएगा, फाइटर जेट अभी अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के पास ही हैं। रक्षा के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारियों के बीच भारत ने अब पांचवी पीढ़ी के एक ऐसे लड़ाकू विमान के निर्माण की दिशा में अपने कदम आगे बढ़ा दिए हैं जिससे वह रक्षा के क्षेत्र में अमेरिका और रूस के बराबर खड़ा होगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस योजना को मंजूरी दे दी है। इन विमानों के निर्माण की जिम्मेदारी निजी क्षेत्र को दी जा रही है। कोई सरकारी कंपनी या विदेशी कंपनी इसमें शामिल होना चाहती है तो उसे किसी निजी कंपनी के संयुक्त उपक्रम के साथ आना होगा।
भारत का यह नई पीढ़ी का लड़ाकू विमान चीन के जे-20 लड़ाकू विमानों का जवाब होगै जिसका प्रयोग हाल में पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ किया है। इसके अलावा चीन ने अपने जे-20 फाइटर जेच भारत के सामने वाले अपने एयरफील्ड में तैनात कर रखे हैं। इसके अलावा चीन ने कई जे-20 पाकिस्तान को दिए हैं, इससे भारत को अपना रक्षा के लिए ऐसे फाइटर जेट की जरूरत थी जो इनका जवाब दे सके।
इस लड़ाकू विमान की खूबियां
यह 10 घंटेतकलगातारउड़ानभरसकताहै और यहहैकियेविमानभारतीयवायुसेनाकीजरूरतोंकेहिसाबसेतैयारहोगा।11 तरहकेहथियारइसमेंलगाएजासकतेहैं. इसमेंज्यादातरवेपनअंदरहोतेहैं, जोबाहरसेदिखाईनहींदेते। ध्वनि से भी तेज उड़ान भरने वाले इस विमान को दुश्मन नहीं पकड़ पाएगा।सबकुछठीक-ठाकरहातो2034 मेंभारतकाअपनापांचवींपीढ़ीकालड़ाकूविमानभारतीयवायुसेनामेंशामिलहोजाएगा।