दिल्ली (एडीएनए)। आसमान में बढ़ते कदम भारत में हवाई सेवाओं का इतिहास 1911 से शुरू हुआ, जब पहली बार एक विमान ने इलाहाबाद से नैनी के बीच डाक ले जाने का काम किया था। लेकिन आजादी के बाद से भारतीय विमानन क्षेत्र ने तेजी से प्रगति की है, और आज देश दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते हवाई बाजारों में से एक है। इंडिगो सबसे बड़ी एयरलाइन है, जबकि एयर इंडिया का टाटा समूह के अधिग्रहण के बाद पुनर्निर्माण हो रहा है। UDAN योजना के तहत छोटे शहरों को भी हवाई नक्शे पर लाया गया है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे एयरपोर्ट्स अब वैश्विक स्तर की सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं। चुनौतियां जैसे ईंधन लागत और भीड़भाड़ आज भी मौजूद हैं, लेकिन भारत ग्रीन एविएशन की दिशा में भी कदम बढ़ा रहा है।
एयर इंडिया का 1953 में राष्ट्रीयकृत के बाद लंबे समय तक भारत की प्रमुख एयरलाइन रही, लेकिन 1990 के दशक में निजी एयरलाइन्स (जेट एयरवेज, एयर सहारा) के आने से बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ी। 2000 के बाद लो-कॉस्ट कैरियर्स जैसे इंडिगो, स्पाइसजेट और गोएयर ने हवाई यात्रा को सस्ता और सुलभ बनाया था। आज इंडिगो सबसे बड़ी एयरलाइन है, जबकि एयर इंडिया को टाटा ग्रुप ने 2022 में खरीदकर नए सिरे से ब्रांडिंग की कोशिश की है। एयरपोर्ट्स का आधुनिकीकरण के बाद दिल्ली (IGI), मुंबई (CSMIA), और बेंगलुरु (KIA) जैसे प्रमुख हवाई अड्डे विश्व स्तर के बुनियादी ढांचे से लैस हैं। नए एयरपोर्ट्स जैसे जेवर (नोएडा) और अयोध्या एयरपोर्ट भारत की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बनाए गए हैं। देश में UDAN (उड़ान) योजना के तहत छोटे शहरों को हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है, जिससे क्षेत्रीय पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा मिला है। चुनौतियाँ और भविष्य की बात करे तो ईंधन की कीमतें और ऑपरेटिंग कॉस्ट एयरलाइन्स के लिए मुश्किलें पैदा करते हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी और एयर ट्रैफिक कंजेशन बड़े शहरों में समस्या बने हुए हैं। ग्रीन एविएशन को बढ़ावा देने के लिए सरकार सस्टेनेबल फ्यूल और इलेक्ट्रिक प्लेन की दिशा में काम कर रही है। भारत का विमानन क्षेत्र तेजी से बदल रहा है। नई तकनीक, सस्ती उड़ानें और बेहतर कनेक्टिविटी के साथ, आने वाले वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी एविएशन मार्केट बन सकता है।
दुनिया की सबसे बड़ी और आधुनिक एयरलाइंस
1. अमेरिकन एयरलाइंस यात्री यातायात और बेड़े के आकार के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन है। इन-फ्लाइट वाई-फाई, एडवांस्ड इंटरटेनमेंट सिस्टम, और बोइंग 787 ड्रीमलाइनर जैसे आधुनिक विमानों का उपयोग किया जाता है।
2- डेल्टा एयर लाइंस उत्कृष्ट ग्राहक सेवा और ऑन-टाइम परफॉर्मेंस के लिए जानी जाती है। बायोमेट्रिक बोर्डिंग, रियल-टाइम फ्लाइट ट्रैकिंग, और एयरबस A350 जैसे फ्यूल-एफिशिएंट विमान।
3. एमिरेट्स लक्ज़री ट्रैवल और दुनिया के सबसे बड़े एयरबस A380 बेड़े के लिए प्रसिद्ध है। प्राइवेट सुइट्स, शॉवर स्पा, और ICE (इनफॉर्मेशन, कम्युनिकेशन, एंटरटेनमेंट) सिस्टम जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जाता है।
4. कतर एयरवेज वर्ल्ड्स बेस्ट एयरलाइन का खिताब जीतने वाली एयरलाइन है। बिजनेस क्लास (डबल बेड विकल्प), अत्याधुनिक इन-फ्लाइट मनोरंजन, और एयरबस A350 व बोइंग 787 का बेड़ा है।
5. सिंगापुर एयरलाइंस विश्वस्तरीय सर्विस और आराम के लिए जानी जाती है।
सुइट क्लास, दुनिया का सबसे लंबा कमर्शियल फ्लाइट (सिंगापुर से न्यूयॉर्क), और अत्याधुनिक विमान है।
6. लुफ्थांसा यूरोप की सबसे बड़ी एयरलाइन्स में से एक और उच्च तकनीक वाले विमानों के लिए जानी जाती है। बोइंग 747-8 और एयरबस A350, साथ ही प्रीमियम इकोनॉमी और बिजनेस क्लास जैसी सुविधाएँ मिलती है।
7. एयर फ्रांस-केएलएम यूरोप की प्रमुख एयरलाइन समूह है। बोइंग 787 और एयरबस A350 का उपयोग, साथ ही सस्टेनेबल एविएशन पर जोर दिया जाता है।
8. चाइना सदर्न एयरलाइंस एशिया की सबसे बड़ी एयरलाइन है। यात्री संख्या के हिसाब से बोइंग 787 और एयरबस A380 का बेड़ा शामिल है।
9. यूनाइटेड एयरलाइंस बड़े रूट नेटवर्क और पोलारिस बिजनेस क्लास के लिए जानी जाती है। बोइंग 787 और 777X, साथ ही सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (SAF) का उपयोग होता है।
10. टर्किश एयरलाइंस सबसे ज़्यादा देशों में उड़ान भरने वाली एयरलाइन है।बोइंग 787 और एयरबस A350, साथ ही इस्तांबुल में नया एयरपोर्ट हब है। आधुनिक विशेषताएँ जो इन एयरलाइन्स को अलग बनाती हैं।
दुनिया में सबसे अधिक एयरक्राफ्ट वाला देश
दुनिया में सबसे अधिक एयरक्राफ्ट (विमानों) वाला देश संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) है। अमेरिका के पास दुनिया का सबसे बड़ा विमान बेड़ा (Aircraft Fleet) है, जिसमें नागरिक (सिविल) और सैन्य (मिलिट्री) दोनों तरह के विमान शामिल हैं। जिसका प्रमुख कारण है बड़ी नागरिक उड्डयन (सिविल एविएशन) मार्केट है। अमेरिका में दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडस्ट्री है। जिसमे Delta, American Airlines, United Airlines के पास हजारों विमान हैं।
अमेरिका के पास निजी जेट्स और हेलीकॉप्टर्स की संख्या भी काफी
अमेरिकी वायुसेना (US Air Force) और नौसेना (US Navy) के पास 13,000 से अधिक सैन्य विमान हैं। इसमें F-16, F-35, B-2 बॉम्बर, C-130 ट्रांसपोर्ट विमान आदि शामिल हैं। एयरक्राफ्ट निर्माता कंपनियाँ बोइंग (Boeing) और लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) जैसी दुनिया की सबसे बड़ी एयरक्राफ्ट कंपनियाँ अमेरिका में हैं।
कुछ प्रमुख एयरलाइन्स
यात्री संख्या और बेड़े के आकार में सबसे बड़ी एयरलाइन्स
डेल्टा एयरलाइन्स: समयबद्ध उड़ानों और ग्राहक सेवा के लिए प्रसिद्ध।
एमिरेट्स और कतर एयरवेज: लक्जरी और इनफ्लाइट सुविधाओं में अव्वल
सिंगापुर एयरलाइंस: सबसे लंबी कमर्शियल उड़ान (सिंगापुर-न्यूयॉर्क)
टर्किश एयरलाइंस: सबसे अधिक देशों में उड़ान भरने वाली एयरलाइन (120+ देश)
इन एयरलाइन्स में आजकल बायोमेट्रिक बोर्डिंग, हाई-स्पीड वाई-फाई, और फ्यूल-एफिशिएंट विमान जैसे Airbus A350 व Boeing 787 का चलन तेजी से बढ़ रहा है।
सबसे अधिक विमान वाला देश
अमेरिकासंयुक्त राज्य अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा विमानन देश है, जिसके पास 25,000 से अधिक विमान हैं। इनमें से करीब 13,000 सैन्य विमान हैं। अमेरिका की विशाल भौगोलिक संरचना, निजी एयर ट्रैफिक और एयरक्राफ्ट कंपनियों (जैसे Boeing) की मौजूदगी इसकी प्रमुख वजहें हैं।
सबसे छोटा और सबसे बड़ा विमान
सबसे छोटा विमान: Bede BD-1 Baby Bird – केवल 3.4 मीटर लंबा और एक पायलट की क्षमता।
सबसे बड़ा विमान: Antonov AN-225 Mriya – 640 टन टेकऑफ़ वज़न, 6 इंजन, और 250 टन कार्गो क्षमता।
यह यूक्रेन-रूस युद्ध के दौरान नष्ट हो गया था, लेकिन इसकी विरासत आज भी कायम है।