नई दिल्ली (एडीएनए)।
भारत को दुनिया की तीसरी इकॉनमी बनने में भले अभी कुछ समय लगेगा, लेकिन सिविल एविएशन के क्षेत्र में भारत दुनिया का तीसरे नंबर का देश बन चुका है। देश का हवाई यात्रा उद्योग बहुत तेजी से बढ़ रहा है। भारत हवाई यात्रियों के मामले में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन चुका है। भारत के आगे अब अमेरिका और चीन ही रह गए हैं। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) की रिपोर्ट के मुताबिक इस इंडस्ट्री की देश का जीडीपी में डेढ़ फीसदी से अधिक की हिस्सेदारी है और वह दिन दूर नहीं जब एक करोड़ लोगों के इससे रोजगार मिलने लगेगा, अभी यह संख्या 75 लाख से अधिक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा घरेलू विमानन बाजार बन गया है। यह यात्रियों की संख्या में तेजी से वृद्धि और उड़ान जैसी योजनाओं के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि देश हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए विश्व स्तरीय हवाई अड्डा बुनियादी ढांचे में भारी निवेश कर रहा है। उन्होंने बताया कि भारत की अलग-अलग विमान कंपनियों ने 2,000 से अधिक विमानों के ऑर्डर दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है, आने वाले समय में यह बाजार और भी तेजी से बढ़ेगा।