नई दिल्ली (एडीएनए)।
ग्लोबल वार्मिंग और जेट स्ट्रीम के चलते पैसेंजर को बार-बार हिचकोले खाने पड़ सकते हैं। बार-बार एयर टर्बुलेंस का सामना करने से पैसेंजर का हवाई सफर डरावना हो सकता है। एक शोध में हवाई सफर के लिए गंभीर चेतावनी दी गई है।
शोध के अनुसार आपकी फ्लाइट अचानक फड़फड़ाने लगती है और आपका एयरक्राफ्ट अचानक हिचकोले खाना लड़ता है तो एविएशन की भाषा में यह एयर टर्बुलेंस है और समझिए यह ग्लोबल वार्मिंग के कारण हो रहा है। यह अनुभव पैसैंजर के लिए बेहद डरावना हो सकता है, विमान के हिचकोले लेने से बार-बार पैसेंजर की चीखें निकल सकती हैं।
वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी के गर्म होने से भविष्य में फ्लाइट के दौरान किसी भी एयरक्राफ्ट को अधिक अस्थिर हवाओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे जहाज बार-बार ऊपर नीचे हिचकोले खा सकता है। यूनाइटेड किंगडम की रीडिंग यूनिवर्सिटी में किए गए एक अध्ययन में बताया गया है कि सैकड़ों फीट उंचाई पर चलने वाली तेज जेट स्ट्रीम्स हवाओं में परिवर्तन के कारण फ्लाइट के दौरान अस्थिरता पैदा हो सकती है। यह तेज जेट स्ट्रीम्स हवाएं हवाई यात्रा को जोखिम में डाल सकती हैं। शोध के अनुसार छले कुछ सालों में एयर टर्बुलेंस की घटनाओं में 50-55 फीसदी की वृद्धि हुई है, शोधकर्ताओं के अनुसार आने वाले समय में इसमें 20 फीसदी का और इजाफा हो सकता है इससे हवाई सफर और डरावना हो सकता है।