नई दिल्ली (एडीएनए)।
विएना से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-154 को बीच आसमान में एक तकनीकी गड़बड़ी के संदेह के कारण अचानक दुबई डायवर्ट करना पड़ा। इस मामले को लेकर डीजीसीए के पूर्व उड़ान संचालन निरीक्षक प्रशांत ढल्ला ने कहा कि डायवर्जन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसका पालन पायलट तभी करते हैं जब विमान में कोई तकनीकी समस्या होती है।
उन्होंने कहाकि यह समझना भी जरूरी है कि एक विमान में कई तरह के सिस्टम होते हैं। अगर एक सिस्टम में खराबी आती है, तो यह दूसरे सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है। हालांकि, निर्माता हर सिस्टम में 2 या 3 अतिरिक्त चैनलों के साथ विमान डिजाइन करते हैं, जिन्हें स्टैंडबाय मोड कहा जाता है। दुर्भाग्यवश अगर एक सिस्टम खराब हो जाता है, तो दूसरा सिस्टम उसे संभाल लेता है। पायलट बहुत सक्षम होते हैं, उनकी अलग-अलग परिस्थितियों में ट्रेनिंग होती है और उन्हें ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार किया जाता है। इस पल में पायलट्स ने अपनी सूझबूझ के साथ डायवर्ट करने का फैसला लिया।